हरियाणा राज्य में किसी भी थाने के प्रशासनिक और कार्यकारी मुखिया को थानाध्यक्ष (SHO – Station House Officer) कहा जाता है। इस महत्वपूर्ण पद पर बैठे अधिकारी को कई तरह की जिम्मेदारियां निभानी पड़ती हैं। अगर आप भी पुलिस सेवा से जुड़ने के इच्छुक हैं और हरियाणा में SHO बनना चाहते हैं, तो आपके मन में इस पद से जुड़े वेतन और भत्तों को लेकर जिज्ञासा होगी।
इस लेख में हम SHO के पद से जुड़ी सैलरी और अन्य लाभों की ताजा जानकारी आपको सरल हिंदी भाषा में देंगे।
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SHO की सैलरी कितनी होती है?
हरियाणा सरकार द्वारा समय-समय पर पुलिसकर्मियों के वेतन ढांचे में बदलाव किए जाते हैं। वर्तमान में हरियाणा पुलिस में कार्यरत SHO को 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) के अनुसार मूल वेतन मिलता है। मूल वेतन के अलावा, SHO को कई तरह के भत्ते भी दिए जाते हैं, जो उनकी कुल सैलरी को बढ़ाते हैं।
SHO के वेतन को निर्धारित करने वाले घटक
- मूल वेतन (Basic Pay): यह SHO की तनख्वाह का सबसे अहम हिस्सा होता है।
- महंगाई भत्ता (DA – Dearness Allowance): महंगाई की बढ़ती दर को देखते हुए मूल वेतन के साथ महंगाई भत्ता जोड़ा जाता है। DA समय के साथ घटता-बढ़ता रहता है।
- मकान किराया भत्ता (HRA – House Rent Allowance): अगर SHO को सरकारी आवास उपलब्ध नहीं है, तो उन्हें HRA दिया जाता है। यह भत्ता शहर के श्रेणीकरण (X, Y, या Z) के आधार पर अलग-अलग होता है।
- अन्य भत्ते: इसके अलावा SHO को यात्रा भत्ता (TA), चिकित्सा भत्ता, वर्दी भत्ता आदि विभिन्न सुविधाएं भी मिलती हैं।
हरियाणा में SHO की अनुमानित सैलरी (2024)
इन सभी घटकों को मिलाकर देखें तो वर्तमान में एक SHO की इन-हैंड सैलरी ₹85,000 से ₹100,000 के बीच अनुमानित होती है। हालांकि, भत्ते अलग-अलग स्थितियों और तैनाती के हिसाब से बदल भी सकते हैं।
SHO के वेतन को समझने के लिए एक उदाहरण
घटक | अनुमानित राशि (प्रति माह) |
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मूल वेतन | ₹25,000 – ₹50,000 |
महंगाई भत्ता | मूल वेतन का एक प्रतिशत (सरकार द्वारा निर्धारित दर पर) |
मकान किराया भत्ता | शहर के वर्गीकरण और अन्य बातों पर निर्भर |
अन्य भत्ते | ₹5000 के लगभग |
नोट: यह सिर्फ एक उदाहरण है, मूल वेतन समय-समय पर सरकारी घोषणाओं के अनुसार बदलता रहता है।
SHO बनने से जुड़े अन्य लाभ
पुलिस सेवा में वेतन के अलावा भी कई तरह के लाभ मिलते हैं:
- सरकारी आवास: संभव होने पर SHO को सरकारी आवास मुहैया करवाया जाता है।
- चिकित्सा सुविधा: सरकारी अस्पतालों आदि में पुलिसकर्मियों और उनके परिवार को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलता है।
- सरकारी वाहन: ड्यूटी के लिए सरकारी वाहन सुविधा भी मिलती है।
- पेंशन तथा अन्य सेवानिवृत्ति लाभ
अंतिम बातें
SHO का पद एक चुनौतीपूर्ण और जिम्मेदारी से भरा पद है। अगर आप देशसेवा के लिए समर्पित हैं और सामाजिक न्याय में विश्वास रखते हैं, तो आपके लिए यह करियर बेहतरीन हो सकता है। लगातार मेहनत और बेहतर प्रदर्शन आपको इस पद तक पहुंचा सकता है।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
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SHO बनने के लिए क्या योग्यताएं चाहिए?
- भारत का नागरिक होना जरूरी है।
- किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री।
- हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षा पास करना अनिवार्य।
- शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की निर्धारित मापदंडों को पूरा करना।
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हरियाणा में SHO की सैलरी बढ़ोतरी कब-कब होती है?
- सरकार द्वारा समय-समय पर वेतन आयोगों का गठन किया जाता है, जो वेतन वृद्धि की सिफारिशें करते हैं।
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क्या SHO को प्रमोशन मिलते हैं?
- जी हाँ, मेधावी सेवा और सीनियोरिटी के आधार पर SHO उच्च पदों जैसे DSP, ASP आदि पर प्रोन्नत हो सकते हैं।